अश्विनी कुमार की कहानी भारतीय क्रिकेट में एक प्रेरणादायक और अद्वितीय उदाहरण है, जो संघर्ष, समर्पण और प्रतिभा का संगम है।
साधारण शुरुआत से असाधारण उपलब्धि तक
पंजाब के मोहाली जिले के झांझेरी गांव में 29 अगस्त 2001 को जन्मे अश्विनी कुमार का क्रिकेट सफर बेहद साधारण परिस्थितियों से शुरू हुआ। उनके पिता, हरकेश कुमार, उन्हें रोज़ ₹30 देते थे ताकि वे साझा ऑटो से मोहाली के पीसीए स्टेडियम में अभ्यास के लिए जा सकें। कभी-कभी वे साइकिल से या लिफ्ट लेकर भी अभ्यास के लिए पहुंचते थे। बारिश हो या तेज़ धूप, अश्विनी ने कभी अभ्यास नहीं छोड़ा।
आईपीएल डेब्यू: इतिहास रचने वाला प्रदर्शन
2025 में, मुंबई इंडियंस ने अश्विनी को ₹30 लाख में अपनी टीम में शामिल किया। 30 मार्च 2025 को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अपने पहले आईपीएल मैच में, उन्होंने पहली ही गेंद पर अजिंक्य रहाणे का विकेट लिया और कुल 4 विकेट चटकाए, जिसमें रिंकू सिंह, मनीष पांडे और आंद्रे रसेल जैसे दिग्गज शामिल थे। इस प्रदर्शन के साथ वे आईपीएल डेब्यू पर 4 विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने।
अनोखी गेंदबाज़ी शैली और मानसिक दृढ़ता
अश्विनी की गेंदबाज़ी की खासियत उनकी 140+ किमी/घंटा की गति, नई गेंद से स्विंग कराने की क्षमता और डेथ ओवर्स में धीमी गेंदों का उपयोग है। उनकी गेंदबाज़ी शैली में भुवनेश्वर कुमार की स्विंग और जसप्रीत बुमराह की आक्रामकता का मिश्रण देखा जाता है।
कप्तान और कोच की सराहना
मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या ने अश्विनी की प्रशंसा करते हुए कहा, “तुम पंजाब से हो, डरना नहीं है, विपक्षी को डराना है और मज़ा लेना है।