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July 26, 2025

Rishabh Pant Biography in Hindi 2025 – संघर्ष से सफलता तक की पूरी कहानी

कौन हैं ऋषभ पंत? (Who is Rishabh Pant in Hindi)

ऋषभ पंत एक आक्रामक बाएं हाथ के बल्लेबाज और भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर हैं। उन्होंने बहुत कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई है। दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान रह चुके पंत IPL और टेस्ट दोनों में कमाल कर चुके हैं।

Rishabh Pant का जन्म और प्रारंभिक जीवन

  • पूरा नाम: ऋषभ राजेन्द्र पंत

  • जन्म तारीख: 4 अक्टूबर 1997

  • जन्म स्थान: रूड़की, उत्तराखंड

  • शिक्षा: श्री वेंकटेश्वर कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी

  • कोच: तारक सिन्हा (सोननेट क्लब, दिल्ली)

ऋषभ पंत बचपन से ही एम.एस. धोनी को अपना आदर्श मानते थे। उन्होंने दिल्ली आकर सड़कों पर संघर्ष करते हुए क्रिकेट का सपना जिया।

क्रिकेट करियर की शुरुआत

● घरेलू क्रिकेट:

  • 2015 में दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया।

  • 2016 में महाराष्ट्र के खिलाफ केवल 48 गेंदों में शतक लगाया – यह रणजी ट्रॉफी का सबसे तेज शतक था।

● IPL डेब्यू:

  • 2016 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने ₹1.9 करोड़ में खरीदा।

  • IPL 2018 में 684 रन बनाकर टॉप स्कोरर में से एक बने।

अंतरराष्ट्रीय डेब्यू:

  • T20 डेब्यू: फरवरी 2017 बनाम इंग्लैंड

  • ODI डेब्यू: अक्टूबर 2018 बनाम वेस्टइंडीज

  • टेस्ट डेब्यू: अगस्त 2018 बनाम इंग्लैंड (The Oval में छक्का लगाकर शतक)

फॉर्मेट मैच रन शतक स्ट्राइक रेट
टेस्ट 33+ 2300+ 5 70+
ODI 30+ 950+ 1 90+
T20I 60+ 1000+ 0 125+
IPL 100+ 2900+ 1 140+

कार एक्सीडेंट और चमत्कारी वापसी (Rishabh Pant Accident and Comeback)

दिसंबर 2022, ऋषभ पंत का कार एक्सीडेंट हुआ, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आईं। कई महीने अस्पताल और रिहैबिलिटेशन के बाद उन्होंने 2024 में मैदान पर वापसी की और IPL 2024 में ज़बरदस्त प्रदर्शन करते हुए आलोचकों को जवाब दिया।

Rishabh Pant के बारे में रोचक बातें

  • उन्हें “बल्ले से तोड़फोड़ करने वाला” कहा जाता है।

  • ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2021 गाबा टेस्ट जीत में पंत की भूमिका ऐतिहासिक रही।

  • ऋषभ पंत को 2021 ICC Men’s Emerging Cricketer of the Year चुना गया।

rishabh pant

OnePlus Nord CE 5 – बजट में प्रीमियम फीचर्स? पूरा रिव्यू हिंदी में!

OnePlus Nord CE 5 – Budget 
परिचय - क्या है वनप्लस नॉर्ड सीई 5?
वनप्लस का नाम ही काफी है
सीई का मतलब - कोर संस्करण
क्या ब्लॉग में हम जानेंगे इसके फीचर्स, फायदे और नुकसान, और 2025 में क्या खरीदने लायक है? OnePlus Nord CE 5
डिज़ाइन और डिस्प्ले - पहला प्रभाव
चिकना और हल्का डिज़ाइनONEPLUS-CE-5-
		
		

6.7 इंच AMOLED डिस्प्ले - 120Hz रिफ्रेश रेट
डिस्प्ले क्वालिटी का अनुभव

OnePlus CE 5 features

Performance & Processor
Qualcomm Snapdragon 7 Gen 3 chipset

Gaming aur multitasking ke liye kaisa hai?

Heat handling & speed test

Camera Quality – Real Photos Ka Sach

  • 50 MP Sony IMX890 main camera

  • Daylight vs Night mode comparison

  • Selfie aur video stabilization test

Battery & Charging

  • 5000 mAh battery

  • 80W fast charging – 30 mins full?

  • Battery backup real test

Best phone under 25k

OnePlus Nord CE5
OnePlus Nord CE5

 


 

Sambhv Steel Tubes IPO 2025: ₹540 करोड़ का इश्यू जल्द आ रहा है, जानिए डिटेल्स

📌 हाइलाइट्स:

  • 🏢 कंपनी नाम: Sambhv Steel Tubes Limited
  • 📅 IPO लॉन्च की तैयारी: जल्द
  • 💰 इश्यू साइज: ₹540 करोड़
  • 🧾 Fresh Issue: ₹440 करोड़
  • 🔁 OFS (Offer for Sale): ₹100 करोड़
  • 🏦 उद्देश्य: कर्ज चुकाना और सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतें
  • 📈 सूचीबद्ध होने की योजना: NSE और BSE पर Sambhv Steel Tubes IPO

🔎 Sambhv Steel Tubes IPO का पूरा विवरण

Sambhv Steel Tubes, जो भारत की एक प्रमुख ERW स्टील पाइप और स्ट्रक्चरल ट्यूब निर्माता कंपनी है, जल्द ही अपना प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लॉन्च करने वाली है। इसके लिए कंपनी ने SEBI के पास DRHP (Draft Red Herring Prospectus) फाइल कर दिया है।

IPO Open Date Wed, Jun 25, 2025
IPO Close Date Fri, Jun 27, 2025
Tentative Allotment Mon, Jun 30, 2025
Initiation of Refunds Tue, Jul 1, 2025

🏭 Sambhv Steel Tubes क्या करती है?

  • Sambhv Steel एक बैकवर्ड इंटीग्रेटेड स्टील कंपनी है, जिसका प्लांट रायपुर (छत्तीसगढ़) में स्थित है।
  • कंपनी स्पॉन्ज आयरन से लेकर GI पाइप और डोर फ्रेम्स तक खुद निर्माण करती है।
  • Kuthrel और Kesda में नए प्लांट निर्माणाधीन हैं।

🌟 कर्मचारी-हितैषी कंपनी

Sambhv Steel को हाल ही में “Great Place to Work 2025–26” का सर्टिफिकेट भी मिला है, जिससे कंपनी की कार्यसंस्कृति और लीडरशिप को मान्यता मिली है।

📈 मार्केट में संभावनाएं

  • पाइप और ट्यूब उद्योग में भारत में तेज़ी है, और Sambhv Steel की बैकवर्ड इंटीग्रेशन इसे प्रतिस्पर्धा में आगे रखती है।

IPO एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह IPO मिड-कैप निवेशकों और लॉन्ग टर्म वैल्यू चाहने वालों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। Sambhv Steel Tubes IPO

📌 जरूरी नोट्स:

  • Demat खाता होना ज़रूरी है (Physical शेयर नहीं मिलेंगे)

  • केवल ASBA enabled बैंक खाते से आवेदन करना मान्य होगा

  • IPO में आवेदन के लिए PAN और आधार लिंक जरूरी है Sambhv Steel Tubes IPO 2025

 

 

 

HDB Financial Services IPO: HDFC बैंक की सहायक कंपनी ला रही है 12,500 करोड़ का सबसे बड़ा IPO

HDB Financial Services IPO: HDFC बैंक की सहायक कंपनी ला रही है 12,500 करोड़ का सबसे बड़ा IPO (HDB Financial Services IPO)

हाइलाइट्स:

  • 📅 IPO खुला: 25–27 जून 2025
  • 💰 इश्यू साइज: ₹12,500 करोड़
  • 📊 प्राइस बैंड: ₹700–₹740 प्रति शेयर
  • 🎯 लिस्टिंग संभावित: 1 या 2 जुलाई

📈 GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम): +10%

HDB Financial Services IPO का पूरा विवरण

HDB Financial Services, जो HDFC Bank की सहायक कंपनी है, 2025 में भारत का सबसे बड़ा गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) IPO लेकर आई है। यह IPO ₹12,500 करोड़ का है, जिसमें ₹2,500 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹10,000 करोड़ का OFS (Offer for Sale) शामिल है।

📉 IPO से पहले ₹3,369 करोड़ जुटाए गए

IPO से पहले, कंपनी ने ₹3,369 करोड़ 141 एंकर निवेशकों से जुटाए। निवेशकों में शामिल हैं:

  • LIC
  • ब्लैकरॉक
  • एचडीएफसी म्यूचुअल फंड
  • SBI MF, और अन्य वैश्विक फंड हाउस

मार्केट सेंटिमेंट: क्या निवेश करना सही होगा?

  • IPO का GMP +10% चल रहा है, जो निवेशकों के बीच मजबूत मांग को दर्शाता है।
  • मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए शानदार मौका हो सकता है क्योंकि कंपनी का लोन बुक, एसेट क्वालिटी और प्रोफिटबिलिटी स्थिर है।

🎯 HDB Financial Services क्या करती है?

  • यह एक NBFC (Non-Banking Finance Company) है जो पर्सनल लोन, बिज़नेस लोन, गोल्ड लोन और कंज्यूमर फाइनेंस जैसी सेवाएं देती है।

भारत भर में इसके 1,500+ ब्रांचेज हैं और इसका ग्राहक आधार लगातार बढ़ रहा है।

🧾 रिटेल निवेशकों के लिए जरूरी बातें

विशेषता विवरण
IPO प्राइस बैंड ₹700 – ₹740
मिनिमम लॉट 20 शेयर
न्यूनतम निवेश ₹14,800
रजिस्ट्रार KFin Technologies
शेयर अलॉटमेंट 28 जून को संभव

📢 क्या करें आवेदन?

यदि आप एक रिटेल निवेशक हैं, तो यह IPO कम जोखिम और भरोसेमंद प्रोफाइल की वजह से आपके पोर्टफोलियो के लिए अच्छा हो सकता है। लंबी अवधि के निवेशकों को इससे सुरक्षित और स्थिर रिटर्न की संभावना है। HDB Financial Services IPO

 

सपनों की ऊँचाई: गगनयान अब अंतिम चरण – 2027 की पहली मानव उड़ान करीब Gaganyaan Mission

Gaganyaan Mission

मिशन की समय-सीमा

  • 6 मई 2025 को पीआईबी, दिल्ली में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने खुलासा किया कि भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन गगनयान अब अंतिम चरण में है। पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान 2027 की पहली तिमाही Gaganyaan Mission (जनवरी–मार्च) में लॉन्च होने की योजना है pib.gov.in+1ddnews.gov.in+1

🎯कानूनी रूपरेखा और प्रमुख तैयारियाँ

  1. परीक्षण उड़ानें (2025–2026)
  • TV-D1: परीक्षण वाहन की पहला “abort” टेस्ट सफलतापूर्वक पूरा हुआ
  • TV-D2: इस वर्ष के अंत तक दूसरा मानव रहित परीक्षण उड़ान कार्यक्रम में शामिल है ।
  • Gaganyaan‑1 (G1): Q4 2025 में होने वाली यह पहली मानव रहित कक्षीय उड़ान Vyommitra ह्यूमैनॉइड रोबोट के साथ होगी youtube.com+5en.wikipedia.org+5space.com+5
  • इसके बाद 2026 में आमतौर पर दो और कक्षीय उड़ानें G2 व G3 के नाम से होंगी, जिनमें Vyommitra शामिल रहेगा ।
  1. मानवयुक्त मिशन – Q1 2027
  • मिशन के तहत 3 भारतीय अंतरिक्ष यात्री (Vyomnauts) को लगभग 400किमी की कक्षा में भेजा जाएगा ।
  • Crew Module का डिजाइन 7 दिनों के मिशन को ध्यान में रखकर किया गया है ।

🛠तकनीकी और लॉजिस्टिक तैयारी

  • लौन्च वाहन LVM3: मानव योग्य संस्करण, Crew और Service मॉड्यूल, और Crew Escape System पर अंतिम चरण की कार्यवाही चल रही है en.wikipedia.org+5pib.gov.in+5ddnews.gov.in+5
  • पैराशूट आरक्षण प्रणाली: Agra में विकसित, ड्रॉप टेस्ट सफल रहा और Sea Recovery ट्रेडिशनल अभ्यास पूरे हुए ddnews.gov.in+1pib.gov.in+1
  • Ground Communications: European Space Agency (ESA) के साथ मिलकर रेडियो नेटवर्क का परीक्षण भी हो चुका है ।
  • Vyomnauts प्रशिक्षण: चार चयनित भारतीय वायुसेना पायलटों ने रूस में बेसिक प्रशिक्षण पूरा किया; अब भारत में मिशन-विशिष्ट प्रशिक्षण जारी है ।

💰बजट, स्पिनऑफ़ और आर्थिक प्रभाव

  • पूंजी निवेश: अब तक का बजट लगभग ₹12,400–20,200 करोड़ (~US $1.8–2.3 बिलियन) तक विस्तारित हुआ है en.wikipedia.org
  • स्पिनऑफ़ टेक्नोलॉजी: रोबोटिक्स, सामग्री विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स, दवा, AI व इतने क्षेत्रों में नवाचार हुआ है ।
  • खर्च में उच्च प्रदर्शन: डॉ. सिंह ने कहा है कि इसकी लागत अन्य देशों के मानव मिशनों की तुलना में बहुत कम है, लेकिन फायदे बहुत अधिक हैं ddnews.gov.in+2pib.gov.in+2space.com+2

🌍भारत की रणनीतिक और वैश्विक स्थिति

  • स्पेस अल्टीमेट लैंडमार्क:
    गगनयान के सफल होने पर भारत अमेरिका, रूस और चीन जैसी शीर्ष स्पेस पॉवर बन जाएगा pib.gov.in+1space.com+1
  • भविष्य के चरण:
    • भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS): पहले मॉड्यूल का लॉन्च 2028, पूरा निर्माण 2035 तक en.wikipedia.org
    • मानव चंद्र मिशन: लक्ष्य 2040 तक मानव भेजना pib.gov.in।
  • राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता और प्रेरणा:
    यह मिशन “भारत का मिशन” बन चुका है, जिसमें स्वदेशी सार्वजनिक और निजी सहयोगी तकनीकें स्पष्ट रूप से सामने आई हैं ।
    युवा वैज्ञानिकों, इंजीनियर और स्टार्ट-अप्स के लिए यह एक प्रेरक अभियान बन गया है ।

संक्षिप्त सारांश

चरण समय विवरण
TV-D1/D2 टेस्ट 2024–2025 abort व orbital परीक्षण
Gaganyaan‑1 (G1) Q4 2025 Vyommitra रोबोट के साथ परीक्षण उड़ान
G2 & G3 2026 मानव रहित कक्षीय उड़ानें
Crewed Mission Q1 2027 तीन Vyomnauts + 7 दिन
Bharatiya Antariksh Station 2028–2035 प्रथम मॉड्यूल लॉन्च
Human Moon Mission ~2040 मानव चंद्र मिशन लक्ष्य

 

🌠 निष्कर्ष

गगनयान अब अंतिम स्टेज में है और 2027 की पहली तिमाही हमें इंतज़ार की सीमा पर ले आई है। यह मिशन स्वदेशी तकनीक, किफ़ायती मॉडल और युवाओं को प्रेरित करने वाली शक्ति के रूप में स्थापित हो रहा है।
इस उड़ान में हम केवल अंतरिक्ष में नहीं जा रहे—हम भविष्य में उड़ान भर रहे हैं।

Gaganyaan mission 

चेयरमैन ने यह भी कहा कि गगनयान भारत को आत्मनिर्भर अंतरिक्ष शक्ति के रूप में उभरने में मदद कर रहा है, जिससे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और उद्यमियों की नई पीढ़ी को प्रेरणा मिल रही है। 2026 में होने वाले मानवयुक्त मिशन के साथ, भारत उन देशों के विशिष्ट समूह में शामिल होने के लिए तैयार है, जिन्होंने स्वतंत्र रूप से मानव अंतरिक्ष उड़ान की क्षमता विकसित की है।

जैसे-जैसे गगनयान केंद्रित सटीकता के साथ आगे बढ़ रहा है, यह न केवल वैज्ञानिक क्षमता में एक छलांग के रूप में कार्य करता है, बल्कि अंतरिक्ष में भारत की दीर्घकालिक आर्थिक और रणनीतिक आकांक्षाओं का एक शक्तिशाली प्रतीक भी है। Gaganyaan mission

 

देहरादून में खुला राष्ट्रपति निकेतन और तपोवन: अब आम लोग भी कर सकेंगे दर्शन, राष्ट्रपति मुर्मु ने किया उद्घाटन PRESIDENT OF INDIA

देहरादून में खुला राष्ट्रपति निकेतन और तपोवन: अब आम लोग भी कर सकेंगे दर्शन, राष्ट्रपति मुर्मु ने किया उद्घाटन देहरादून राष्ट्रपति निकेतन President Niketan Dehradun

PRESIDENT OF INDIA

देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज देहरादून में दो बेहद खास जगहों – राष्ट्रपति तपोवन और राष्ट्रपति निकेतन को आम जनता के लिए खोलने की घोषणा की। राष्ट्रपति मुर्मु ने देहरादून में क्या उद्घाटन किया इस मौके पर उन्होंने कई नई सुविधाओं का उद्घाटन भी किया, जिनमें आगंतुक सुविधा केंद्र, कैफेटेरिया और स्मारिका शॉप शामिल हैं।

क्या है खास राष्ट्रपति तपोवन में? देहरादून राष्ट्रपति निकेतन

देहरादून के राजपुर रोड पर स्थित राष्ट्रपति तपोवन, हिमालय की तलहटी में फैला एक आध्यात्मिक और पारिस्थितिकीय आश्रय स्थल है। यह 19 एकड़ क्षेत्र में फैला है और यहाँ मौजूद हैं:

President Niketan Dehradun
  • 117 प्रकार की पौधों की प्रजातियाँ

  • 52 तितलियाँ

  • 41 पक्षियों की प्रजातियाँ

  • 7 तरह के जंगली स्तनधारी, जिनमें कुछ संरक्षित प्रजातियाँ भी हैं

यहां के प्राकृतिक बांस के बाग और वन क्षेत्र इसे एक अनोखा पारिस्थितिकी अनुभव बनाते हैं।

राष्ट्रपति निकेतन की ऐतिहासिक विरासत

President Tapovan Dehradun

राष्ट्रपति निकेतन की नींव 1976 में राष्ट्रपति के ग्रीष्मकालीन निवास के रूप में रखी गई थी, लेकिन इसकी विरासत 1838 से जुड़ी है, जब यह गवर्नर जनरल के अंगरक्षक का समर कैंप हुआ करता था। यह स्थान 21 एकड़ में फैला है और इसमें मौजूद हैं:

  • ऐतिहासिक इमारतें

  • लिली तालाब

  • हरे-भरे बाग

  • पुराने अस्तबल

अब इसे आम नागरिकों के लिए खोला जा रहा है। राष्ट्रपति तपोवन 24 जून से और राष्ट्रपति निकेतन 1 जुलाई 2025 से पब्लिक के लिए खुले रहेंगे।

राष्ट्रपति उद्यान: दिव्यांगजनों के लिए भी पूरी तरह सुलभ

राष्ट्रपति निकेतन परिसर में 132 एकड़ में फैला राष्ट्रपति उद्यान एक सुलभ और इको-फ्रेंडली पार्क के रूप में विकसित किया गया है। यह विशेष रूप से दिव्यांगजनों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, जिससे सभी लोग बिना किसी बाधा के इसका आनंद ले सकें।

इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मु ने राष्ट्रपति निकेतन, तपोवन और उद्यान की जैव विविधता पर आधारित एक पुस्तक का विमोचन भी किया। इस किताब में 300 से अधिक वनस्पतियों और 170 से अधिक जीव-जंतुओं की जानकारी दी गई है।

दृष्टि दिव्यांगजन छात्रों से की मुलाकात

राष्ट्रपति ने देहरादून में स्थित राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (NIVH) का भी दौरा किया। वहाँ उन्होंने छात्रों से बातचीत की और विज्ञान व कंप्यूटर प्रयोगशालाओं का निरीक्षण किया।

उन्होंने कहा:

“किसी समाज की तरक्की का आकलन इस बात से होता है कि वह दिव्यांगजनों के साथ कैसा व्यवहार करता है।”

राष्ट्रपति ने बताया कि सुगम्य भारत अभियान के तहत सरकार एक ऐसा इको-सिस्टम बना रही है जहां दिव्यांगजन भी मुख्यधारा में अपना योगदान दे सकें। उन्होंने वैज्ञानिक और तकनीकी शिक्षा को दिव्यांग छात्रों के विकास के लिए बेहद ज़रूरी बताया।

निष्कर्ष देहरादून राष्ट्रपति निकेतन President Niketan Dehradun

देहरादून के राष्ट्रपति निकेतन और तपोवन को जनता के लिए खोलना एक ऐतिहासिक कदम है। ये न केवल पर्यटन को बढ़ावा देंगे, बल्कि भारत के समावेशी और प्रकृति-प्रेमी दृष्टिकोण को भी दर्शाते हैं।

https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2138076

एअर इंडिया फ्लाइट AI171 हादसा: अहमदाबाद से उड़ी उड़ान जो कभी मंज़िल तक न पहुंची

एअर इंडिया फ्लाइट AI171 हादसा: अहमदाबाद से उड़ी उड़ान जो कभी मंज़िल तक न पहुंची

तारीख: 12 जून 2025 | स्थान: अहमदाबाद, गुजरात

 एक शांत सुबह जो मातम में बदल गई

12 जून 2025 की सुबह अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हर किसी को उम्मीद थी कि एअर इंडिया की फ्लाइट AI171 समय पर लंदन गेटविक के लिए रवाना होगी। लेकिन यह दिन इतिहास में एक भीषण त्रासदी के रूप में दर्ज हो गया। Air India plane crash उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इस हादसे में 241 यात्रियों सहित 28 लोग ज़मीन पर अपनी जान गंवा बैठे।

air india plane crash ahmedabad

Air India Ahmedabad Plane Crash News

एकमात्र जीवित यात्री – चमत्कार या संयोग?

इस दर्दनाक हादसे में केवल एक व्यक्ति जीवित बचा — विवेश कुमार रमेश, जो ब्रिटेन के नागरिक हैं। उनके मुताबिक, विमान में उड़ान भरने के बाद जोरदार कंपन शुरू हुआ और अचानक ज़ोर की आवाज आई। अगले पल वह खुद को मलबे के बीच पाए।

उनकी जान बचना किसी चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है, Ahmedabad flight crash और यह पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है।

Air India Flight AI171 Accident: Flight that took off from Ahmedabad never reached its destination

क्या Dreamliner अब सुरक्षित नहीं?

Boeing 787 को अब तक दुनिया का सुरक्षित विमानों में से एक माना जाता रहा है।
यह इस श्रेणी का पहला ऐसा हादसा है, जिसमें इतनी बड़ी जानहानी हुई हो।
अब भारत सरकार और डीजीसीए Dreamliner के पूरे फ्लीट की समीक्षा कर रहे हैं। एयर इंडिया के इन विमानों को फिलहाल अस्थायी रूप से ग्राउंड किया जा सकता है।

राजनेताओं सहित कई नामचीन लोगों की मौत

इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित कई जाने-माने मेडिकल छात्र, विदेशी नागरिक और कॉरपोरेट अधिकारी शामिल थे।
पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है, और सोशल मीडिया से लेकर संसद तक हर कोई जवाब मांग रहा है।

किडज़ेनिया’ का ऐड और दुर्भाग्यपूर्ण संयोग

दिलचस्प बात यह है कि घटना के दिन सुबह ही गुजरात के एक प्रमुख अखबार में Air India Dreamliner का एक विज्ञापन छपा था — जो एक बच्चों के एविएशन कार्यक्रम का प्रचार कर रहा था।
लोगों ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण संयोग” बताया है। हालांकि विज्ञापन का हादसे से कोई संबंध नहीं है।

air india plane crash ahmedabad

एअर इंडिया की प्रतिष्ठा पर संकट

टाटा समूह के तहत एयर इंडिया को पुनर्जीवित करने का मिशन चल रहा था, जिसमें नए विमान, नई ब्रांडिंग और बेहतर सेवा शामिल थी।
लेकिन इस हादसे ने ब्रांड की छवि और यात्रियों के विश्वास दोनों को गंभीर झटका दिया है।

Air India Flight AI171 Crash 2025

 

परिवारों के लिए सहायता केंद्र

  • एयर इंडिया ने अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई और लंदन में हेल्पलाइन और सहायता केंद्र स्थापित किए हैं।
  • मृतकों की पहचान डीएनए तकनीक से की जा रही है, और विदेश मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय शव-वापसी की प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।

    आगे क्या?

    • अगले कुछ हफ्तों में DGCA, NTSB (अमेरिका), AAIB (ब्रिटेन) Dreamliner crash और Boeing मिलकर जाँच की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेंगे।
    • विमान सुरक्षा नियमों में संभावित बदलाव और उड़ानों पर असर साफ दिखने लगेगा।Air India safety
    • सरकार मुआवज़ा और पुनर्संरचना की नीति पर विचार कर रही है।
      अंतिम शब्द:

      इस हादसे ने न केवल दर्जनों परिवारों को उजाड़ा, बल्कि एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है — क्या आधुनिक तकनीक से लैस विमान वाकई सुरक्षित हैं?

    • दुनिया आज भी विवेश कुमार की बची हुई सांसों को एक उम्मीद की तरह देख रही है… और बाकियों की याद में मौन खड़ी है।

OnePlus 13s — Compact Flagship, Big Impact, वनप्लस 13s — कॉम्पैक्ट फ्लैगशिप, बड़ा प्रभाव

OnePlus 13s — Features & Specs

डिस्प्ले और डिज़ाइन: 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ कॉम्पैक्ट 6.3″ फुल HD+ AMOLED पैनल, अधिकतम ब्राइटनेस ~1,600nits; ग्रीनसिल्क, ब्लैकवेलवेट और पिंकसैटिन फिनिश में स्लीक एल्युमिनियम एलॉय फ्रेम।

OnePlus 13s

 प्रोसेसर और प्रदर्शन: 12GB LPDDR5X रैम और UFS 4.0 स्टोरेज के साथ फ्लैगशिप स्नैपड्रैगन 8Elite (3nm) द्वारा संचालित; निरंतर प्रदर्शन के लिए उन्नत थर्मल कूलिंग सिस्टम शामिल है।

बैटरी और चार्जिंग: 80W वायर्ड फास्ट चार्जिंग के साथ विशाल 5,850mAh बैटरी (आमतौर पर 40-45 मिनट में पूरी तरह चार्ज हो जाती है); लंबे समय तक स्क्रीन पर बने रहने के लिए प्रसिद्ध।

OnePlus 13s

 

कैमरा सिस्टम: डुअल 50MP रियर सेटअप (वाइड + 2× टेलीफोटो), 32MP सेल्फी शूटर; 4K वीडियो, OIS और AI संवर्द्धन का समर्थन करता है।.

AI और सॉफ्टवेयर: Android15 पर OxygenOS15 के साथ आता है; प्लस की (अलर्ट स्लाइडर की जगह) OnePlus AI टूल्स को ट्रिगर करता है जैसे AI कॉल असिस्टेंट, ट्रांसलेशन और लाइव जेमिनी कैमरा/राइटिंग सपोर्ट; लॉक-स्क्रीन Google जेमिनी शॉर्टकट शामिल है – यह सुविधा भारतीय क्षेत्र तक सीमित है।

कनेक्टिविटी और निर्माण: 5G, वाई-फाई 7, ब्लूटूथ 5.4, एनएफसी का समर्थन करता है; IP68 / IP69 धूल और पानी प्रतिरोध; एक हाथ की प्रयोज्यता के उद्देश्य से आयाम।

https://www.oneplus.in/oneplus-13s

OnePlus 13s

 भारत में कीमत:

  • 12GB +256GB — ₹54,999
  • 12GB +512GB — ₹59,999

लॉन्च ऑफ़र में ₹5,000 SBI क्रेडिट कार्ड छूट, ₹5,000 एक्सचेंज बोनस और नो-कॉस्ट EMI विकल्प शामिल हैं।

 

मुख्य विशेषताएँ

 कॉम्पैक्ट फ़्लैगशिप: टॉप-टियर स्पेक्स के साथ शायद ही कभी देखा गया फ़ॉर्म फ़ैक्टर।

AI-रिच: डीप जेमिनी इंटीग्रेशन प्लस यूनिक प्लस की और AI टूल।

मज़बूत बैटरी लाइफ़: लंबे समय तक इस्तेमाल और तेज़ चार्जिंग।

 

 

 

Sant Kabir Das Jayanti : जानिए कबीर साहेब का इतिहास और विचार”

संत कबीर दास: भक्ति आंदोलन के क्रांतिकारी युगपुरुष

🔹 प्रस्तावना

संत कबीर दास भारतीय धार्मिक और सामाजिक परंपरा के एक ऐसे अनोखे स्तंभ थे, जिन्होनें अंधविश्वास, जातिवाद और धार्मिक हठधर्मिता के खिलाफ अपनी कलम और कविता से एक शब्द-क्रांति छेड़ी। उनका जीवन केवल भक्ति या कविता तक सीमित नहीं था, बाल्की सामाजिक क्रांति का एक ज्वलंत प्रतिनिधि था।

🔹 जन्म और प्रारंभिक जीवन

कबीर दास का जन्म 1398 के आस-पास, वाराणसी के लहर तारा तालाब के पास मन जाता है। उनके जन्म को लेकर कैसी और कहानियाँ हैं। कहीं जगह लिखा है कि उनका जन्म एक ब्राह्मण मां से हुआ था, लेकिन उन्हें एक मुस्लिम जुलाहा दम्पति, नीरू और नीमा ने भगवान ले लिया था। संत कबीर ने खुद को “न हिंदू न मुसलमान” कहा – और यहीं उनके विचार की जड़ थी।

🔹शिक्षा और ज्ञान का मार्ग

कबीर पढ़ नहीं सके क्योंकि उनका परिवार गरीब था, लेकिन उन्हें अनुभव, लोकज्ञान और भक्ति के माध्यम से अपने विचार विकसित किये। उनके गुरु के रूप में संत रामानंद का नाम लिया जाता है। कहा जाता है कि एक दिन कबीर ने घाट पर संत रामानंद के चरण छू लिए, तभी से उनका जीवन बदल गया।

 

🔹विचारधारा

कबीर दास ने अपने दोहों, साखी और पैरों के माध्यम से समाज में व्याप्त क्रांतियों का खुला-खुला विरोध किया।

उनके कुछ प्रमुख विचार:

जाति-पात का विरोध

मंदिर-मस्जिद दोनो से परे भक्ति

गुरु की महिमा

मन के शुद्धिकरण की अवश्यकता

प्रेम और दया का पथ

उनका दोहा इस बात को स्पष्ट करता है:

 “कबीरा खड़ा बाजार में, मांगे सबकी खैर,

ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर।”

 

🔹 काव्य और साहित्य योगदान

कबीर दास ने अपनी रचनाएँ साखी, सबद और रमैनी के रूप में लिखीं। उनकी भाषा ‘संत भाषा’ कहलती है, जिसमें हिंदी, अवधी, भोजपुरी और ब्रज का संगम है।

उनके दोहे छोटे होते हुए भी गहरा अर्थ रखते हैं:

 “धीरेधीरे रे मन, धीरेधीरे सब कुछ होए,

माली सींचे सौ घरा, ऋतु आये फल होय।

 

ये दोहे केवल भक्ति का संदेश नहीं देते, बालक जीवन के प्रतीक पहलू को छू जाते हैं – धैर्य, प्रेम, शक्ति, मोह, समय का महत्व, और मनुष्य की असलियत।

🔹धर्म के नाम पर भेदभाव का विरोध

कबीर ने हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों में व्याप्त हठधर्मिता पर प्रहार किया। उन्हें एक तरफ जहां मंदिर की मूर्ति पूजा को निरर्थक बताया गया, वहीं दूसरी तरफ मस्जिद के मुल्ला की पोकर पर भी प्रश्न उठाया गया।

“कांकर पाथर जोरि के, मस्जिद लाई चुनै,

ता चढ़ मुला बावराया, क्या बाहर हुआ खुदाए?”

उनका उपदेश्य था – ‘ईश्वर मन में है, धर्म व्यक्ति की अंतर-आत्मा का विषय है, न कि रिवाजों का।’

🔹कबीर पंथ का उदय

उनकी मृत्यु के बाद उनके शिष्यों ने कबीर पंथ की स्थापना की। आज भी लाखों लोग उनके पथ पर चल रहे हैं। कबीर पंथ भारत के कई राज्यों में, विशेष उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार में प्रचलित है।

🔹मृत्यु और अंतिम संदेश

संत कबीर दास का देहान्त 1518 में हुआ मन जाता है। एक कथा के अनुरूप, उनकी मृत्यु के बाद हिंदू और मुस्लिम दोनों संप्रदाय उनका अंतिम संस्कार अपने तरीके से करना चाहते थे। परंतु जब उनका कफन उठाया गया, तो वाहा सिर्फ फूल थे – जिन्हे दोनों सम्प्रदायों ने बांट लिया।

ये कथा उनके अंतिम संदेश को व्यक्त करती है – “प्रेम और सद्भावना ही सबसे बड़ा धर्म है।”

🌟 कबीर के जीवन से सीखें लायक बातें:

  1. धरम से पहले इंसानियत
  2. भेद-भाव से ऊपर सोच
  3. अनुभव पर अधारित ज्ञान
  4. गुरु की महिमा का स्मरण
  5. प्रेम और करुणा की भावना
  6. सत्य और असलियत का अन्वेषण

भारत की समुद्री सुरक्षा को बड़ा बूस्ट – केरल के विजिंजम में Indian Coast Guard का नया जेट्टी शुरू

भारत की समुद्री सुरक्षा को बड़ा बूस्ट – केरल के विजिंजम में Indian Coast Guard का नया जेट्टी शुरू

केरल के विजिंजम हार्बर में अब भारत की समुद्री सुरक्षा और भी ज्यादा फुर्तीली हो गई है।

7 जून 2025 को, इंडियन कोस्ट गार्ड (ICG) के डायरेक्टर जनरल परमेश शिवमणि ने एक नया, अत्याधुनिक जेट्टी का उद्घाटन किया — जो कि ICG के जहाजों की तेजी से तैनाती और संचालन के लिए तैयार किया गया है।

Indian Coast Guard

 

ये नया जेट्टी क्यों खास है?

लंबाई: 76.7 मीटर का यह जेट्टी आधुनिक तकनीकों से लैस है

लोकेशन: अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन से सिर्फ 10 नॉटिकल माइल की दूरी पर

पास के प्रोजेक्ट: विजिंजम इंटरनेशनल ट्रांसशिपमेंट डीप वॉटर पोर्ट के बगल में स्थित

फायदा: कोस्टल सर्विलांस, सर्च एंड रेस्क्यू, एंटी-स्मगलिंग और फिशरीज प्रोटेक्शन मिशनों में तेजी

 

DG का बड़ा बयान

DG परमेश शिवमणि ने इस मौके पर कहा:

ये सुविधा हमारे तटीय सुरक्षा ढांचे को मजबूत करेगी और संकट के समय हमारी रेस्पॉन्स क्षमता को कहीं अधिक तेज़ बनाएगी।

 

कौन-कौन शामिल हुआ?

इस महत्वपूर्ण समारोह में कई हाई-प्रोफाइल अधिकारी मौजूद थे:

ICG वेस्ट रीजन के इंस्पेक्टर जनरल भीषम शर्मा

विजिंजम इंटरनेशनल सीपोर्ट लिमिटेड

केरल सरकार, मरीन बोर्ड, स्टेट पुलिस

इंडियन आर्मी, अडानी पोर्ट्स, और मत्स्य विभाग के अधिकारी

 

क्यों ये खबर मायने रखती है?

आज के दौर में जहां तटीय सुरक्षा और समुद्री निगरानी एक बड़ी चुनौती बन चुकी है, ऐसे में यह जेट्टी न सिर्फ ICG की ऑपरेशनल क्षमता बढ़ाएगी बल्कि भारत की समुद्री सीमाओं को और मजबूत बनाएगी।

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